Monday 20 April 2015

क्या आप जानते है की अमेरिका ने नीम को भी पेटेंट कराने की कोशिश की थी...जबकि नीम नाम का पेड़ सिर्फ भारत में ही पाया जाता था।



क्या आप जानते है की अमेरिका ने नीम को भी पेटेंट कराने की कोशिश की थी...जबकि नीम नाम का पेड़ सिर्फ भारत में ही पाया जाता था। नीम बरगद पीपल गूलर इत्यादि पेड़ भारत में ही पाये जाते थे जिनमे पीपल को सभी पेड़ो का राजा कहते है क्योंकि वातावरण से सबसे
ज्यादा प्रदुषण पीपल ही अवशोषित करता है...
नीम को लेकर अंतराष्ट्रीय अदालत नीडरलैण्ड हैंग में भारत और अमेरिका के बीच केस भी चला था जिसमे अमेरिकी सरकार ने ये दलील दी थी की नीम की खोज अमेरिका के वैज्ञानिको ने की है.....
जबकि भारत की तरफ से ये दलील दी गयी थी की नीम हज़ारो लाखो सालो से भारत में पाया जाता रहा है और इसका वर्णन आयुर्वेद में भी है और भारत के लोग इसकी दातून किया करते थे
और आज भी करते है...
इस तरह की कई तरह की दलीलो के बाद
अंतर्राष्ट्रीय अदालत में नीम को लेकर भारत के पक्ष में फैसला सुनाया.... अब इन फिरंगीयो की गन्दी नज़र "गौ मूत्र" के ऊपर है...
अमेरिका गौ मूत्र को खुद के नाम से पंजीकृत कराने की चाल चल रहा है...जबकि गौ मूत्र की खोज भारत के ऋषि मुनियो ने की थी...उन्होंने ही गौ मूत्र की पवित्रता का पता लगाया था...
इसके पहले भी भारत की कई खोजे इन फिरंगियो ने छीन ली और खुद के नाम से पेटेंट करवा लिया...
देश की दुर्दषा देखिये अपनी वनस्पति, मसालो और अविषकारो के लिय यहाँ तक अपने देवी देवताओ के लिय भी भारत को लड़ना पड़ रहा है
और पढ़ी लिखी (अनपढ़) PIZZA,Burger वाली नई generation is unaware of this facts !"

No comments:

Post a Comment